पशुपालक और सारे पशु प्रेमी आप अगर मुर्रा भैंस पालना चाहते हैं तो कुछ अहम बातों को जाना बेहद जरूरी है यहाँ आपको मुर्रा भैंस की पूरी जानकारी मिलेगी । मुर्रा भैंस पूरे विश्व की सबसे अच्छी भैंस की दुधारू नस्ल है। जो दूध उत्पादन के लिए पाली जाती है। पशुपालन आज कमाई के लिए बहुत अच्छा स्त्रोत बन गया है । लोग भैंस बड़े अच्छे से पालते हैं । पशुपालन और खेती दोनों एक दूसरे के पर्याय बन गए हैं । आज बहुत किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करते हैं । अब बहुत लोगों ने पशुपालन को अपनी कमाई का स्रोत बना कर रखा है ।
मुर्रा भैंस भारत के सभी इलाकों में पायी जाती है। इसका गृह क्षेत्र हरियाणा के रोहतक, हिसार, जिन्द व करनाल जिले तथा दिल्ली व पंजाब हैं।
आपको जानकार हैरानी होगी की नर मुर्रा भैंसों का औसत वजन 567 किलो का होता है। वहीँ मादा मुर्रा भैंसों का औसत वजन 516 किलो होता है। मुर्रा बफेलो के दूध का औसत फैट 7.3% है।
मुर्रा बफेलो के दूध में फैट भी अधिक मात्रा में पाया जाता है जिसके कारण इसके दूध की बाजारों में अधिक कीमत दी जाती है. हरियाणा और आसपास – “जिसके घर मुर्रा उसका ऊँचा तुर्रा” – मुर्रा भैंसों को लेकर ये कहावत हरियाणा सहित कई अन्य राज्यों में मशहूर है। मुर्रा बफेलो 423 से 597 दिनों के अंतराल पर बच्चे देती है।
यह भैंस पहले एशियाई देशों में पाली जाती थी खासकर भारत में । लेकिन अब भैस पुरे देश में पाली जाती है ।भैंस के दूध के उत्पादन में भारत पहले नंबर पर आता है ।भारत के अलावा एशिया अन्य देशों में भी भैस के दूध का उत्पादन किया जाता है ।
मुर्रा भैंस की शारीरिक संरचना कैसी ?
मुर्रा भैंस की शारीरिक संरचना बहुत मजबूत होती है जो इसे उच्च वजन और ऊँचाई तक पहुंचने में मदद करती है। इसके शरीर का आकार लंबा और छोटा होता है और इसकी ऊँचाई और वजन उसकी उम्र के साथ बढ़ती है। मुर्रा भैंस के शरीर में सीधा खड़ा दम होता है जो इसकी संतुलित चाल को सुनिश्चित करता है। यह चार पैरों पर चलता है जो उसके शरीर के नीचे जमीन को स्पर्श करते हुए बढ़ते हैं।यह भैंस प्रतिदिन पांच किलो दलिया और दो किलो बिनौले की खल खाती है। दूध बहुत ताकत से निकालना पड़ता है। इसकी वजह दूध का गाढ़ा होना है। भैंस मुर्रा नस्ल की है।
इसके शारीर की संरचना कुछ इस प्रकार होती है:
- सिर: मुर्रा भैंस का सिर छोटा होता है जिसमें छोटे चार पैरों वाले बड़े कान होते हैं। यह एक लंबे घुंघराले पूंछ वाला होता है जो उसकी सुंदरता को बढ़ाता है।
- गर्दन: मुर्रा भैंस की गर्दन बहुत मोटी होती है जो उसकी शारीरिक वजन और ऊँचाई को संतुलित रखती है।
- शरीर: इसका शरीर बहुत भारी होता है जो कि मुख्य रूप से लम्बी और चौड़ी होती है। इसकी त्वचा चमड़ी की तरह मजबूत होती है जो इसे टिकाऊ बनाती है।
- पैर: मुर्रा भैंस के चार पैर होते हैं जो बहुत मजबूत होते हैं और उसे खड़ा होने और चलने में मदद करते हैं। इसके पैर बड़े होते हैं और उनमें चार नुक्कड़ होते हैं जो कि अधिक फटाफटी से बचाते हैं।
- त्वचा : मुर्रा भैंस की त्वचा बहुत मोटी होती है और उसके रंग काला होता है।
- इसके सींग छल्ले की तरह बने होते हैं
- बाकी भैंसों की तुलना में मुर्रा भैंस की पूंछ भी लंबी पाई जाती है।
मुर्रा भैंस का दूध कैसा ?
इस नस्ल के भैंस का दूध गाढ़ा होता है । भैंस के दूध का उपयोग मक्खन बनाने के लिए और घी निकालने के लिए किया जाता है । और लोगों को भैंस का दूध बहुत पसंद आता है ।भैंस के दूध में प्रोटीन , वसा , कार्बोहाइड्रेट , कैल्शियम इत्यादि पोषक तत्व होते हैं । भैंस के दूध का उत्पादन ज्यादा से ज्यादा भारत , पाकिस्तान ,नेपाल यह देशों में किया जाता है । अब मुर्रा भैंस की पूरी जानकारी ऑनलाइन माध्यम से मेरापशु 360 पर पूरी तरह से उपलब्ध है ।
मुर्रा नस्ल के भैंस की विशेषताएं क्या ?
- ये नस्ल काफी भारी-भरकम होती है तथा इनकी गर्दन और सिर हल्के होते हैं.। इनके सींग आकर में छोटे और कसकर मुड़े होते हैं.। इनका रंग काला और पूंछ लंबी होती है। इनका पिछला हिस्सा काफी चौड़ा होता है और अगला हिस्सा संकरा होता है.
- यह नस्ल देशी एवं अन्य प्रजाति की भैंसों से 2 से 3 गुणा अधिक दूध देती है. यह प्रतिदिन 18 से 35 लीटर दूध आसानी से दे सकती है।
- ये भैस गर्म अथवा ठंडे किसी भी प्रकार की जलवायु में भी जीवित रहने में सक्षम है।
- इस नस्ल की भैंस की कीमत 60 से 80 हजार रुपए के लगभग होती है।
काला सोना कैसे है इतना प्रचलित ?
अगर आपसे किसी ने कहा कि हरियाणा की मुर्रा नस्ल की भैंस बताओ तो आप क्या कहेगे ?
ऐसे में यह कहना काफी कम लोगों को पता है कि मुर्रा नस्ल की भैंस को ‘काला सोना’ के नाम से भी जाना जाता है । और लोग यह भी जानते हैं कि मुर्रा नस्ल की भैंस ‘काला सोना’ का बिजनेस सबसे अच्छे मुनाफे का सौदा होता है। क्योंकि इस भैंस की डिमांड बाजार में सबसे अधिक होती है। देखा जाए तो कुछ लोग इस बिजनेस को भी काला सोना के नाम से भी जानते हैं।
मुर्रा भैंस के दूध से कितनी होती है कमाई
आज के समय में शहर हो या गांव सब लोग भैंस का दूध पीना पसंद करते हैं। ऐसे में अगर आप मुर्रा नस्ल की भैंस पालते हैं, तो इस भैंस से आप 20 से 30 लीटर दूध सरलता से प्राप्त कर सकते हैं। जिससे आप बाजार में बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। अगर कीमत की बात करें तो 2023 में एक भैंस की कीमत 90 से 3 लाख के बीच है। अब अगर दूध पर ध्यान दें तो आपको इसकी ज्यादा कीमत का कारण सीधा नजर आ जायेगा।
वर्तमान समय में भैंस का दूध 65 रुपए प्रति लीटर दिया जाता है। अब आप हिसाब लगा सकते हैं, तो आप प्रतिदिन इससे कितना मुनाफा कमाएंगे। इस नस्ल की भैंस इतने मुनाफे का सौदा होता है कि आप इसके दूध ही नहीं खरीद-फरोख्त से भी अच्छी कमाई कर सकते हैं। लोग घर गाड़ी और बंगला केवल 1 साल में खरीद सकते हैं ।